जीवन के सफर का आनन्द लेने के लिए मन बुद्धि को हल्का रखें संतुलित आहार, एक्सरसाईज और मेडिटेशन ही खुशहाल जीवन का आधार–डॉ. प्रेम रामपुरा : दि 25.12.17 “जिन्दगी एक सफर है.. रोज आगे बढ़ते चलो… लेकिन मन बुद्धि पर जितना बोझ कम होगा नकारात्मक संकल्प नहीं होंगे तो सफर सुहाना लगेगा… हमेशा नयेपन को स्वीकार कर अंगिकार करते चलें.. हम अपने आपको हरपरिस्थिति से समायोजित करके यदि जीना सीख जाएें तो जिन्दगी मनोरंजन अनुभव होगी अन्यथा बोझ बन जाएगी ।” उपरोक्त विचार अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त तनाव मुक्ति विशेषज्ञ एवं प्रेरक वक्ता डॉ. प्रेम मसंद ने ब्रह्माकुमारी संस्थान के ‘शिव शिखर’ केन्द्र पर आयोजित कार्यक्रम ‘आओ खुशियों की राह चले’ को संबोधित करते हुए व्यक्त किये आपने बताया कि “केवल १५-20 वर्षों में ही ह्रदय रोग, डायबिटिज, स्पोंडिलाईटिस और घुटनों के दर्द की बीमारियां तेजी से बढ़ी हैं , इनका इलाज दवाईयों से नाम मात्रहोता है वास्तव में तो वर्तमान समय मनुष्य का शरीर इलास्टिक की जगह प्लास्टिक होता चला जा रहा है, इसका कारण नकारात्मक चिंतन और असंतुलित आहार एवं दिनचर्या है ।” डॉ. प्रेम मसंद ने बताया कि “दोनों पैर के निचले हिस्से भी दूसरे दिल के समानहैं इसलिए कम से कम 10 हजार कदम नियमित रूप से पैदल चलना चाहिए ।” जीवन की खुशहाली का रहस्य बताते हुए डॉ. प्रेम ने कहा कि हमें स्वयं पर विश्वास के साथ–साथ स्वयं का सम्मान भी रखना है यदि हम ही खुद का सम्मान नहीं करेंगे तो दूसरा कैसेकरेगा .. हमेशा नकारात्मक बातें करके रोते रहने की आदत अच्छी नहीं । अनेकानेक दिव्यांग एवं गरीब वर्ग के लोगों ने बहुत बड़ी बड़ी सफलताएें हांसिल करके विश्व में नाम कमाया है । स्वयं पर विश्वास और दृढ़ता पैदा करने के लिए नियमित रूप से राजयोगमेडिटेशन का अभ्यास बहुत अधिक सहायक सिद्ध हुआ है ।
Neemuch: “Lets walk on the path of Happiness” talk by Motivational Speaker Dr.Prem Masand नीमच: विश्व विख्यात प्रेरक वक्ता डॉ. प्रेम मसंद की प्रस्तुति ने सभी...
जब हमारे विचारों में अपवित्रता, व्यर्थ और निगेटिविटी बढ़ जाती है तभी भय का जन्म होता है । हमें अपने विचारों का निरिक्षण और विश्लेषण करना...
नवरात्रि पर ब्रह्माकुमारी संस्थान में भव्य सांस्कृतिक संध्या सम्पन्न 1500 से अधिक लोगों ने एकटक और अचंभित होकर कार्यक्रम को निहारा नीमच : नवरात्रि पर नवदुर्गा...
जब व्यक्ति अपने आप से नहीं मिल पाता है तो तनाव बढ़ता जाता है– चक्रधारी दीदी मनासा में सदा खुश रहो.. कार्यक्रम में 250 प्रमुख व्यक्तियों...
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नारी को आधुनिकता के साथ साथ आध्यात्मिकता का संतुलन भी बनाना होगा – बी.के.सविता दीदी अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सी.आर.पी.एफ.में महिला सशक्तिकरण का कार्यक्रम सम्पन्न नीमच...
ग्वालटोली में आध्यात्मिक समागम सम्पन्न राजयोग ध्यान से आंतरिक शक्तियां जागृत होती हैं–सविता बहन 400 से अधिक लोगों ने मेडिटेशन द्वारा गहन शांति का अभ्यास किया...