Connect with us

Neemuch

जब सूनी कलाई में राखी बंधी तो उनकी आंखों से प्रेम की अश्रुधार बह निकली…

Published

on

जिला जेल के 500 से अधिक कैदियों को ब्रह्माकुमारी बहनों ने राखी बांधी..
नीमच : कोई पंजाब से.. कोई राजस्थान से… तो कोई उत्तर प्रदेश से.. सुदूर प्रांतों से.. नीमच की जेल में ये सोचकर उदास था कि क्या कोई मेरा अपना भी आएगा..? दो मीठे बोल सुनाऐगा.. और मेरी सूनी कलाईयों पर भी स्नेह सम्बन्ध की पवित्र डोर बांधकर मुख मीठा करवाऐगा..
और जिला जेल के उन 500 से अधिक कैदियों का ये दिवास्वप्‍न उस समय साकार हो उठा जब राजयोग तपस्विनी ब्रह्माकुमारी बहनों का जिला जेल में आगमन हुआ.. और जब ब्रह्माकुमारी बहनों ने उनको मीठे प्‍यारे भाईयों और बहनों कहकर सम्बोधित किया तो उनकी आंखों से प्रेम की अश्रुधार बह निकली.. उनके मनोबल को उंचा उठाने के लिए जब ये कहा गया कि ‘‘आप अपनी किसी भूल से जरूर इस जेल में हैं लेकिन केवल आप ही नहीं, सही अर्थों में यदि देखा जाए तो हर मनुष्य आत्मा अपने देह अभिमान की कैद में सुख-शांति की कामना से छटपटा रही है..
कोई गलती या अपराध तब होता है, जब मनुष्य आत्मा अपने मन और संकल्पों पर नियंत्रण खो देती है.. मनुष्य की भृकुटी के मध्यविराजमान चैतन्य शक्ति ज्योति बिन्दू आत्मा जब स्वयं के अस्तित्व को भूलकर खुद को देह समझकर देह की दुनिया और देह के सम्बन्धों में ही खो जाती है तब देह अभिमान रूपी रावण आत्मा रूपी सीता को कैद कर लेता है.. तभी तो अनियंत्रित शरीर की कर्मेन्द्रियों से अपराध हो जाता है’’ उपरोक्त विचार जिला जेल नीमच में राजयोग तपस्विनी ब्रह्माकुमारी सविता दीदी जी ने 500 से अधिक कैदियों को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किये । इस अनोखी आध्यात्मिक सभा में ब्रह्माकुमारी संस्थान के एरिया डायरेक्टर बी.के.सुरेन्द्र भाई जब मंच से नीचे उतरकर धूप में बैठे कैदी भाई-बहनों के मध्य जा पहुंचे और कहा – जहां आप हैं वहीं खड़ा रहकर आपसे बात करूंगा.. तो कैदी भाई बहनों ने जोश खरोश के साथ तालियों से उनका स्वागत किया और ब्रह्माकुमारी श्रुति बहन ने जब ये कहा कि हम आपके अपने हैं, हमें गुनाह से गुरेज हो सकता है लेकिन गुनाहगार से नहीं.. तब तो जैसे अनेक कैदी भाई बहनों की भावनाऐं उभर आई.. और खड़े होकर तालियां बजाने लगे.. इसके पश्‍चात जिला जेल अधीक्षक प्रभात कुमार के सद्‌प्रयासों से स्वयं कैदियों द्वारा देशी गाय के गोबर निर्मित सुन्दर सुन्दर राखियां हर कैदी की कलाई पर ब्रह्माकुमारी बहनों से आत्म स्मृति का तिलक लगाकर बांधी और इन बाल ब्रह्मचारिणी, तपस्विनी बहनों ने अपने स्व हस्तों से निर्मित मिठाई खिलाकर सभी का मुख मीठा किया । जब ब्रह्माकुमारी बहनों ने राखी के बदले हमेशा-हमेशा के लिए अपराध मुक्त बनने की शपथ का आव्हान उन सैकड़ों कैदियों से किया तो बहुत ही उमंग उत्साह से सभी ने अपने हाथ खड़े करके भविष्य में अपराध मुक्त बनकर जेल में शालीन आचरण करने की शपथ ली । कार्यक्रम के प्रारंभ में सहायक जेल अधीक्षक वाय.के.मांझी ने आगन्तुक अतिथियों का परिचय दिया तथा स्वागत भाषण जेल अधीक्षक प्रभात कुमार ने देते हुए कहा कि – ‘‘ब्रह्माकुमारी संस्थान में एक्सेप्ट किया जाता है.. किसी को रिजेक्ट नहीं..। इस संस्थान का समर्पण और अनुशासन तो मैंने नीमच में पधारी शिवानी दीदी जी के कार्यक्रम में अपनी आंखों से देखा, जब 10 हजार श्रोता और सैंकड़ों वाहन बिना किसी आवाज के अपने घर तक चले गए.. ।’’कार्यक्रम के समापन समय पर सभी कैदी भावुक हो उठे.. और बहनों के पुन: आगमन की प्रार्थना की ।

Neemuch

जीरन (नीमच) में शिव धाम भवन में दिव्य प्रवेश एवं विशाल आध्यात्मिक कार्यक्रम

Published

on

By

शिव धाम का यह पवित्र भवन नगर को आध्यात्म की नई दिशा देगा – बी.के.सूर्य भाई

जीरन में शिव धाम भवन में दिव्य प्रवेश एवं विशाल आध्यात्मिक कार्यक्रम सम्पन्न

नीमच (जीरन) : ‘‘जीरन नगरी में बना यह नवीन ‘शिव धाम’ अपनी आध्यात्मिक किरणों के द्वारा नगर में निरंतर सुख-शांति के प्रकम्पन्‍न प्रवाहित करेगा । इसके सुन्दर हॉल में हमेशा सेवाओं के कार्यक्रम चलते रहेंगे तथा विशेष ध्यान कक्ष के शक्तिशाली वाईब्रेशन हर राजयोग साधक को आध्यात्मिक शक्तियों से परिपूर्ण कर आंतरिक खुशी प्रदान करेगा ।’’ उपरोक्त विचार विश्‍व

विख्यात प्रेरक वक्‍ता, मानस मर्मज्ञ एवं संकल्प सिद्ध योगी ब्रह्माकुमार सूर्य भाई जी ने  अपने वक्तव्य में कहे । आप यहाँ ब्रह्माकुमारीज़ की विशाल दो मंजिला भवन के दिव्य प्रवेश के अवसर पर पधारे थे । आपके साथ ही प्रेरक वक्ता, दिव्य प्रभा एवं साहित्स सृजक, अन्तर्राष्ट्रीय विभूति राजयोगिनी बी.के.गीता बहन जी भी उपस्थित थे । दोनों विशिष्ट अतिथि द्वय ने शिवधाम के प्रवेश द्वार

पर ओम शान्ति की ध्वनि के साथ नारियल फोड़कर तथा फीता काटकर दिव्य प्रवेश किया तथा शिव भोलानाथ के भण्डारे में अपने हाथों से भोग प्रसादी बनाई, तत्‌पश्‍चात बहुत बड़ी संख्या में उपस्थित ब्रह्मावत्सों को संबोधित करके आध्यात्मिक सेवाओं के लक्ष्य देकर मार्गदर्शन दिया ।

कार्यक्रम के दूसरे सत्र में निर्भय, निश्चिंत और खुशहाल जीवन के लिए टिप्स देने वाले कार्यक्रम ‘सुख शांति की ओर कदम..’  का शुभारंभ अतिथि द्वय ने राजयोगिनी बी.के.सविता दीदी, राजयोगी बी.के.सुरेन्द्र भाई, बी.के.श्रुति बहन, बी.के.ज्योति बहन एवं बी.के.वर्षा बहन ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया ।  अतिथियों का स्वागत वरिष्ठ भाजपा नेता रमेश जी

मेहता एवं पूर्व न.पं.अध्यक्ष जीवराज धानुक ने किया । बी.के.सूर्य भाई जी तथा राजयोगिनी बी.के.गीता दीदी ने अपने ओजस्वी वक्तव्य से सभी को लाभान्वित किया तथा खुशहाल जीवन शैली के अनेक सहज, सरल उपाय बताऐ । स्वागत भाषण बी.के.सविता दीदी ने दिया तथा आभार प्रदर्शन बी.के.सुरेन्द्र भाई ने किया तथा कार्यक्रम का संचालन बी.के.श्रुति बहन द्वारा किया गया ।

Continue Reading

Neemuch

ब्रह्माकुमारीज़ के संस्थापक पिताश्री ब्रह्माबाबा का स्मृति दिवस विश्‍व स्तर पर मनाया गया

Published

on

By

ब्रह्माकुमारीज़ के संस्थापक पिताश्री ब्रह्माबाबा का स्मृति दिवस विश्‍व स्तर पर मनाया गया
नीमच : अन्तर्राष्ट्रीय शांतिदूत ब्रह्माकुमारी संस्थान के संस्थापक पिताश्री ब्रह्माबाबा ने आध्यात्मिक रूप से संपूर्णता को प्राप्‍त कर 18 जनवरी-1969 को देह त्याग किया था । उनके स्मृति दिवस को संसार के 150 से अधिक देशों में विश्‍व शांति दिवस के रूप में मनाया जाता है । इस वर्ष उनके 56 वें स्मृति दिवस को सारे विश्‍व में फैले ब्रह्माकुमारीज़ के हजारों सेवाकेन्द्रों द्वारा गहन मौन तपस्या एवं दिव्य सत्संग के विशाल आयोजन कर मनाया गया । इसी श्रंखला में संस्थान के नीमच सबझोन एरिया के नीमच, नीमच सिटी, बघाना, मनासा, रामपुरा, जावद, जीरन, मल्हारगढ़, पिपलिया मण्डी व नारायणगढ़ सेवाकेन्द्रों के साथ ही अनेक ग्रामीण केन्द्रों पर भी ब्रह्मा बाबा का 56वां स्मृति दिवस मनाया गया ।
इस विशेष आध्यात्मिक कार्यक्रम की शुरूआत ्ब्रह्ममुहुर्त अमृतवेला 3.30 बजे से ही सामुहिक राजयोग ध्यान तपस्या से हुई, जिसमें भारी ठंड होने के बावजूद 3.30 बजे से ही 50 से अधिक ब्रह्मावत्सों ने भाग लिया । तत्‌पश्‍चात प्रात: 6 से 11 बजे तक लगातार चले कार्यक्रम में राजयोग मेडिटेशन, ईश्‍वरीय महावाक्यों की मुरली क्लास, प्रात: कालीन भोग के पश्‍चात उपस्थित 500 से अधिक ब्रह्मावत्सों को विशेष गाजर का दूध तथा चार प्रकार के फल वितरित किये गए । राजयोगिनी बी.के.सविता दीदी के संबोधन के बाद परमात्मा शिव को महाभोग स्वीकार करवाया गया । तत्‌पश्‍चात ब्रह्माबाबा के चरित्र दर्शन पर संस्थान के एरिया डायरेक्टर बी.के.सुरेन्द्र भाई ने अपने अनुभव युक्त संस्मरण सुनाऐ तथा रनिंग कॉमेन्ट्री द्वारा राजयोग तपस्या में परम शांति की अनुभूति कराई गई । कार्यक्रम के अन्त में उपस्थित सभी सैकड़ों ब्रह्मावत्सों को महाभोग प्रसादी वितरित की गई । कार्यक्रम का संचालन बी.के.श्रुति दीदी ने किया ।

Continue Reading

Jawad

Published

on

By

देहभान से मुक्त आत्म स्थिति का अनुभव ही हमारी रक्षा करेगा – शारदा दीदी
नीमच में आयोजित राजयोग तपस्या शिविर में 800 से अधिक ब्रह्मावत्सों ने भाग लिया
नीमच : ‘‘अगर हम अपने जीवन से असंतुष्ट हैं या किसी व्यक्ति के व्यवहार से डिस्टर्ब होते हैं तो हमें अपने आप से बातें कर अपनी ही काउंसलिंग करनी है । अपनी आध्यात्मिक चेतना को जागृत करना है । यह बात गहराई से महसूस करनी है कि इस सृष्टि रंगमंच पर हर व्यक्ति अपना रोल अदा कर रहा है । मुझे केवल अपनी भूमिका पर ध्यान देना है । यदि यह ध्यान रखें कि मैं इस सृष्टि नाटक में कैसे अपना पार्ट बेहतरीन ढंग से अदा कर सकता हूँ तो किसी दूसरे से दिया गया तनाव समाप्त हो जाएगा और क्षमा भाव जागृत होगा ।’’ उपरोक्त विचार विश्‍व विख्यात आध्यात्मिक विभूति बी.के.शारदा दीदी जी ने ब्रह्माकुमारीज़, पावन धाम परिसर में आयोजित विशाल राजयोग तपस्या शिविर को संबोधित करते हुए व्यक्त किये । आपने सफलता का मंत्र देते हुए बताया कि समय पर निर्भरता छोड़कर समय से पहले ही हमें खुद को आत्मशक्ति सम्पन्‍न बनाना होगा । इसके लिए कर्मयोगी की अवस्था में रहकर कर्म करें और बीच बीच में शरीर के भान से मुक्त होकर अशरीरीपन अर्थात आत्मस्थिति का अनुभव करें तो आत्मा बलवान होती चली जाएगी । एक बलवान और सशक्त आत्मा किसी भी आने वाली परिस्थिति का सामना सहज करके पार हो जाएगी । शारदा दीदी जी ने 45 मिनिट से अधिक अपनी कॉमेन्ट्री के द्वारा उपस्थित विशाल सभा को शक्तिशाली आध्यात्मिक संकल्प प्रदान कर असीम सुख-शांति का अनुभव करवाया । बीच-बीच में प्रश्‍नोत्तर द्वारा आपने सभा में उपस्थित सभी ब्रह्मावत्सों को सक्रिय बनाए रखा । इस अवसर पर 60 से भी अधिक वर्षों से राजयोग तपस्या के मार्ग पर चल रहे वरिष्ठ चार्टड अकाउण्टेंट बी.के.जयेश भाई ने भी संस्था के संस्थापक पिताश्री प्रजापिता ब्रह्मा द्वारा ली गई पालना के अनुभव साझा किये तथा शारदा दीदी की सहयोगी बी.के.त्रिवेणी बहन ने भी राजयोग मेडिटेशन के महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर प्रकाश डाला । यह पूरा कार्यक्रम लगातार पांच घण्टे तक चला.. जिसमें 800 से भी अधिक ब्रह्मावत्सों ने पूरे अनुशासन और लगन के साथ कार्यक्रम का लाभ लिया । कार्यक्रम के प्रारंभ में राजयोगिनी बी.के.सविता दीदी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया साथ ही प्रत्येक आगंतुक ब्रह्मावत्स को बी.के.बहनों ने चन्दन का तिलक लगाकर सभागार में प्रवेश दिया। कार्यक्रम के अंतिम चरण में ज्ञानोदय अस्पताल की महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. विनी कैथवास ने उपस्थित महिला वर्ग समूह को महिला रोगों के बारे में विस्तृत जानकारी व सावधानियाँ बताई । इस पूरे कार्यक्रम के दौरान सभी ने अपने मोबाईल स्वीच ऑफ कर रख दिये थे । अंत ‍में ब्रह्माकुमारीज़, नीमच सबझोन के डायरेक्टर बी.के.सुरेन्द्र भाई ने शारदा दीदी व जयेश भाई के साथ ही बी.के.त्रिवेणी बहन का तीन दिन तक विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेकर सभी को आध्यात्मिक लाभ देने के लिए आभार प्रकट किया । कार्यक्रम के आखरी चरण में सभी को ब्रह्माकुमारी बहनों द्वारा बनाया गया दिव्य ब्रह्माभोजन परोसा गया, जिसका सभी ने रसास्वादन लिया ।

Continue Reading

Brahma Kumaris Neemuch