‘जिन्दगी बने आसान’ कार्यक्रम में नगर के हर वर्ग के 1000 से अधिक व्यक्तियों ने लाभ लिया नीमच : दि. 23.12.18 “चिन्तन को बदलें, व्यवहार को...
ब्रह्माकुमारी संस्था के 2000 से अधिक भाई–बहनों ने गहन राजयोग तपस्या कर शांति की तरंगे फैलाई, आने वाली विकराल परिस्थितियों का सामना करने के लिए स्वस्थिती...
नीमच : 26.8.18 रक्षाबंधन सही अर्थों में सर्वशक्तिवान परमात्मा द्वारा विश्व की सर्व आत्माओं की काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार आदि समस्त विकारों से रक्षा करने का यादगार पर्वहै । जब कलियुग अपनी समापन की स्थिती पर आता है तो निराकार स्वयं भू शिव परमात्मा अपना परमधाम घर छोड़कर परकाया प्रवेश के द्वारा सृष्टि परिवर्तन का अपना दिव्यकर्तव्य करते हैं । इसीलिये वर्तमान समय चल रहे इस दिव्य कर्तव्य के युग को पुरूषोत्तम संगमयुग कहा जाता है और समस्त विश्व में ब्रह्माकुमारी बहनों द्वारा हर स्त्री, पुरूष, बच्चे, बूढ़े सभी को जाति, धर्म, भाषा व सरहदों के भेदभाव से उपर उठकर यह ईश्वरीय रक्षासूत्र बांधा जाता है और हर रक्षासूत्र धारण करने वाले से आग्रह किया जाता है कि वे नकारात्मकबातों का त्याग कर समर्थ एवं सकारात्मक संकल्प धारण करे ।” उपरोक्त विचार ब्रह्माकुमारी विश्व विद्यालय के ज्ञान मार्ग स्थित सद्भावना सभागार में रक्षाबंधन पर्व पर उपस्थितविशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए संस्थान की सबझोन संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सविता बहन द्वारा व्यक्त किये गए । इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी संस्थान केनीमच एरिया डायरेक्टर बी.के.सुरेन्द्र भाई ने अपने संबोधन में परमपिता परमात्मा शिवबाबा से रक्षासूत्र धारण कर प्रतिज्ञा करने का महत्व समझाते हुए बताया कि अलौकिक ईश्वरीयशक्तियों से सम्पन्न यह पवित्र रक्षासूत्र धारण करते समय हम जो भी सकारात्मक संकल्प अथवा प्रतिज्ञा धारण करते हैं तो उसके पालन में हमें सर्वशक्तिवान परमात्मा की मददमिलती है अतएव यह रक्षासूत्र संसार के हर धर्म, जाति व हर देश के लोगों को अवश्य स्वीकार करना चाहिए । तत्पश्चात राजयोगिनी सविता दीदी एवं बी.के.मीना बहन ने राजयोग ध्यान तपस्या की गहन स्थिति में बैठकर सर्वशक्तिवान शिवबाबा को पवित्र महाभोग स्वीकार करवायाएवं प्रात: 8 बजे से लेकर प्रात: 12 बजे तक लगभग 1500 भाई बहनों को अलौकिक रक्षाबंधन बांधा गया साथ ही सभी को आत्मस्मृति का तिलक एवं ब्रह्माचारी तपस्वी बहनों के हाथोंसे बनाया गया पवित्र महाभोग भी प्रदान किया गया ।
अन्तर्राष्ट्रीय शांतिदूत ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की नीमच शाखा के 300 से अधिक नियमित सदस्यों ने ब्रह्माकुमारी योग दिवस की पूर्व संध्या पर गांधी वाटिका में...
नीमच : दि.22 जून-18, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस ने सारे विश्व में भारत की संस्कृति और सभ्यता को गौरवान्वित किया है । इस भागीरथी प्रयास में अंतर्राष्ट्रीय शांतिदूत ब्रह्माकुमारी संस्थान का भीबहुत बड़ा योगदान है । इस संस्थान के 140 देशों में फैले हुए नेटवर्क के लाखों अनुयायी अपने ही तन मन धन से राजयोग साधना एवं सत्य ईश्वरीय ज्ञान की ताकत से सारे विश्व को सतयुगी स्वर्ग बनाने की सेवामें दिन रात लगे हैं और एक दिन अवश्य ही ये श्वेत वस्त्रधारी ब्रह्माकुमारी बहनें एवं भाई प्राचीन भारतीय संस्कृति का परचम सारे विश्व में लहराकर भारत को विश्व गुरू बना देंगे ।” उपरोक्त विचारब्रह्माकुमारी संस्थान के एरिया डायरेक्टर बी.के.सुरेन्द्र भाई ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की संध्या पर देर रात तक चले विशाल राजयोग साधना शिविर को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किये । इस शिविर के अपनेसम्बोधन में राजयोगिनी अंतर्राष्ट्रीय सविता दीदी ने कहा कि राजयोग मेडिटेशन ही सुख–शांति का आधार है एवं तनाव से मुक्त होने की अचूक दवा है । वर्तमान समय सारे विश्व में न सिर्फ तनाव बल्कि क्रोध,डिप्रेशन, अनिद्रा, निराशा, अविश्वास, भय और व्यसनों का बोलबाला है । संसार का प्रत्येक व्यक्ति इस बुराईयों से जूझ रहा है किन्तु यदि प्रतिदिन केवल 10-15 मिनिट भी राजयोग मेडिटेशन का नियमितअभ्यास किया जाए तो अपने जीवन को सुखद शांतिमय बनाया जा सकता है । संध्या 6 से रात्रि 9 बजे तक चले राजयोग साधना शिविर में सविता दीदी ने शक्तिशाली आध्यात्मिक विचारों की कॉमेन्ट्री देकरराजयोग मेडिटेशन का अभ्यास करवाया । इस साधना शिविर की विशेषता यह रही कि लगातार तीन घण्टे तक सैंकड़ोें राजयोग साधक भाई–बहनें पूरी तल्लीनता एवं एकाग्रता से राजयोग की साधना में लीन थेतथा विश्व शांति, एकता एवं प्रेम के प्रकम्पन सारे विश्व में फैला रहे थे । इस अवसर पर बी.के.सुरेन्द्र भाई ने राजयोग साधना के साथ साथ शारिरीक व्यायाम एवं प्राणायाम की उपयोगिता बताकर हल्की फुल्कीएक्सरसाइज भी करवाई ।
नीमच में नि:स्वार्थ सेवाओं का विस्तार देख प्रसन्नता मिली – महाप्रबन्धक ब्रह्माकुमारी संस्थान की महाप्रबन्धक बी.के.मुन्नी दीदीजी का दो दिवसीय नीमच भ्रमण नीमच : दि . 16.4.18 “ब्रह्माकुमारी संस्थान का परिचय उसके विस्तार अथवा वैभव से नहीं बल्कि नि:स्वार्थ भाव से अपने ही तन, मन, धन से की जा रही मानव सेवाओं केविस्तार से है । आमतौर पर धर्म के नाम पर चन्दा उगाही अथवा मान, शान एवं पद की दौड़ मेंअनेकानेक सेवाभावी संस्थान उलझ कर रह गए हैं किन्तु ब्रह्माकुमारी संस्थान पिछले 82 वर्षों से शून्य से प्रारंभ होकर 148 देशों में लगभग 9000 शाखाओं का विस्तार पाकर भी नि:स्वार्थ मानव सेवा के अपने लक्ष्य पर निरंतर अग्रसर है । किसी भी विवाद से परे रहकरब्रह्माकुमारी संस्थान के लाखों भाई बहन स्वर्णिम भारत की स्थापना में अपना अथक योगदान दे रहे हैं और इसी का एक जीता जागता सबूत नीमच जिले में देखने को मिला, जहाँनीमच केन्ट, नीमच सिटी, बघाना, मनासा, रामपुरा, जावद, जीरन, मल्हारगढ़ एवं पिपलिया मण्डी केन्द्रों के हजारों भाई बहन निरन्तर विभिन्न सेवा कार्यक्रमों के माध्यम से सतत्सेवारत हैं ।” उपरोक्त विचार अंतर्राष्ट्रीय शांतिदूत ब्रह्माकुमारी संस्थान की महाप्रबन्धक राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी मुन्नी दीदी जी ने अपने नीमच प्रवास पर आयोजित विशालआध्यात्मिक समागम को संबोधित करते हुए व्यक्त किये । आपने नीमच सबझोन से सम्बन्धित सभी केन्द्रों की गतिविधियों की बारिकी से जानकारी ली एवं की जा रही सेवाओं कोदेखकर प्रसन्नता व्यक्त की । बी.के.मुन्नी दीदी जी के नीमच आगमन पर डूंगलावदा हाईवे फंटे पर ब्रह्माकुमारी महानन्दा बहन एवं दिव्या बहन ने स्वागत किया एवं एक छोटे काफिलेके रूप में फव्वारा चौक होकर ज्ञान मार्ग स्थित नीमच के मुख्य केन्द्र ज्ञान सागर परिसर में प्रवेश किया जहाँ सबझोन डायरेक्टर बी.के.सुरेन्द्र भाई एवं सबझोन प्रभारी बी.के.सविताबहन ने तिलक एवं माल्यार्पण से स्वागत किया, साथ ही नन्ही नन्ही बालिकाओं ने एवं उपस्थित जनसमुदाय ने पुष्प वर्षा कर मुन्नी दीदी जी का स्वागत सत्कार किया । शाम कोमुन्नी दीदी जी एवं उनके साथ माउण्ट आबू मुख्यालय से पधारे अन्य भाई बहनों के सम्मान में सदभावना सभागार की विशाल छत पर ठंडी–ठंडी हवाओं की बयार में केण्डल लाईटडिनर का आयोजन किया गया । इस अवसर पर ज्ञान सागर परिसर में एक विशाल आध्यात्मिक समागम आयोजित किया गया जिसमें नीमच सबझोन से सम्बन्धित सभीब्रह्माकुमारी केन्द्रों से पधारे लगभग 1500 भाई–बहनों की विशाल सभा में मुन्नी दीदी जी का अभिनन्दन किया गया । इस अवसर पर विश्व शांति एवं अज्ञान अंधकार दूर हटाने केसंकल्प से दीप प्रज्जवलित किये गए । स्वागत भाषण बी.के.सविता दीदी ने दिया एवं गोल्डन फरिश्ता स्वागत नृत्य बहन वंदना सोनी एवं भावना कस्तुरी से प्रस्तुत किया गया एवंबहन सोनल गुजराती द्वारा “मेरे सदगुरू प्यारे दा दरबार बड़ा सोणा है..” गीत पर सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया गया; तत्पश्चात तिलक, पगड़ी, चुनरी एवं विशाल पुष्पमाल से मुन्नी दीदी जीका श्रंगार एवं स्वागत किया गया ।
ब्रह्माकुमारी संस्थान द्वारा आयोजित सर्वधर्म सद्भावना सम्मेलन की अभूतपूर्व सफलता जावद, जिला नीमच : पिछले कुछ वर्षों से जावद नगर में साम्प्रदायिक तनाव की स्थिति बनी...
Councillor Om Kabra expressed his gratitue to Brahma Kumaris for walking everyone towards a stress free life , and BK Savita shared that when the soul...